परवल की मिठाई, आयुर्वेद के अनुसार.

दोस्तों आज मै आपको परवल की मिठाई और परवल की आयुर्वेद के अनुसार इसके फायदे बतलाऊँगा, आशा करता हूँ आपको पसंद आएगा.धन्यवाद्??

कितने लोगों के लिए: 04, कुकिंग टाइम : 70 मिनट

सामग्री

परवल - 15 पीस, चीनी- आवश्यकतानुसार.

पानी- 1 कप., भरावन के लिए खोया-250 ग्राम ,

चीनी का पाउडर -50 ग्राम.,बादाम-30 पीस .,

पिस्ता -1 चम्मच., इलायची-8 पीस.

विधि

परवल को हल्का छीलकर धो लें. दोनों किनारों को काटकर बीच से कट लगा दें. पुरे परवल को नही काटें. छोटें चम्मच की मदद से परवल के बीज को बाहर निकाल दें. एक सस्पेन की मदद से पानी उवालें. जब पानी उबलने लगे तो उसमें परवल डालें और तीन से चार मिनट तक परवल को उवालें.फिर गैस को ऑफ कर दें.फिर पैन को ढक कर छोड़ दें. आधे घंटे के बाद परवल को पानी से छान कर निकाल लें. फिर एक बार पैन में पानी डाले और उसमे चीनी डालकर मिलाएं. जब चीनी पूरी तरह से घुल जाए तो परवल को उस पैन में डाले. जब परवल का रंग बदलने लगे तो गैस को ऑफ कर दें.पैन को ढक दें और परवल को एक घंटे के लिए चाशनी में छोर दें.

चाशनी दो तार वाली होनी चाहिए. भरावन तैयार करने के लिए चौड़ी पैन में खोया डालें और रंग बदलने तक उसे मध्यम आंच पर भूनें. फिर गैस को ऑफ कर दें.इलायची का पाउडर तैयार कर लें.बादाम को ग्राइंडर में डालकर पीस लें.पिस्ता को लम्बाई में काट कर रख लें.जब खोया पूरी तरह से ठण्डा हो जाए तो इलायची पाउडर और बादाम को उसमें डालकर अच्छी तरह से मिलाएं.

अब परवल को चाशनी से निकल कर प्लेट पर रख लें.प्लेट को हल्का टेढ़ा कर दें ताकि अतिरिक्त चाशनी निकल जाए. अब एक-एक कर के सारे परवल में तैयार खोया, इलायची का पाउडर, बादाम का पेस्ट और पिस्ता का लंबा-लंबा टुकरा को खोया में मिलाने के बाद परवल में तैयार भरावन को हलके हाथों से भरें. पिस्ता से गार्निश करें और सर्व करें. आप चाहें तो इसे लंबे समय तक खा सकतें है.  परवल की मिठाई पूरी तरह से सेहतमंद और स्वाद से भरपूर होता है. आप इसे अपने घर के किचन में सामग्री से तैयार कर सकतें है, और अपने घर में ही स्वादिष्ट मिठाई का स्वाद ले सकतें हैं.

दोस्तों आज मैं आपको कुछ कुकरी टिप्स भी देना चाहता हूँ.

आयुर्वेद के अनुसार परवल खून को साफ़ करने का काम करता है, और साथ ही शरीर को रोग प्रतिरोधक छमता को भी मजबूत बनाता है. यह बुखार, सर्दी-खांसी, स्किन इन्फेक्शन और चोट को जल्दी भरने में भी मदद करता है.

परवल में प्रचुर मात्र में फाइबर होता है और यही वजह है कि इसके नियमित सेवन से पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है. परवल त्वचा से जुड़ी समस्याओं में खासतौर पर फायदेमंद होता है. ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में भी परवल उपयोगी साबित होता है.

डायबिटीज के मरीज को खास कर के परवल खाने की सलाह देदी जाती है. परवल में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स बढ़ती उम्र के लक्षण को कम करने में मददगार होतें है. ये चेहरे की झांइयों और बारीक रेखाओं को दूर करने में भी मददगार होतें है.

अगर आपके बच्चों को भूख नही लगने की शिकायत है तो उसे परवल की सब्जी नियमित रूप से खिलाएं. उसे भूख लगने लगेगी. परवल खाने से पेट के कीड़े मर जातें है. यह पीलिया के उपचार के लिए भी मददगार साबित होता है. यह किसी तरह का नुकसाननही पहुँचता है. परवल का लेप पेन-किलर की तरह काम करता है.

सिर दर्द आदि में यह लेप बहुत असरदार साबित होता है. परवल में कैलोरी काफी कम मात्रा में होती है.इसे खाने के बाद पेट खाफी लंबे वक्त तक भरा रहता है, जिससे वजन कम करने में मदद मिलता है.

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